Thursday, April 11, 2013

अवैध् व्यापार का अर्थ वेश्यावृत्ति नहीं है।

अवैध् व्यापार बनाम वेश्यावृत्ति

अवैध् व्यापार का अर्थ वेश्यावृत्ति नहीं है। ये दोनों शब्द पर्यायवाची नहीं हैं। अवैध् व्यापार को समझने के लिए इसे वेश्यावृत्ति से अलग कर देखना होगा। मौजूदा कानून, अवैध् व्यापार निरोध्क अध्निियम 1956 ;आई टी पी एद्ध के अनुसार वेश्यावृत्ति एक अपराध् हो जाता हैं, जब व्यक्ति का व्यावसायिक शोषण किया जाता है। यदि किसी स्त्रा या बच्चे का यौन शोषण होता है। और इससे किसी व्यक्ति को लाभ पहुंचता है तो यह व्यवसायिक यौन-शोषण बन जाता है जो वैध्निक रूप से दंडनीय अपराध् है जिसमें सभी शोषकों के खिलापफ सदोषता आरोपित होती है। अवैध् व्यापार वह प्रक्रिया है जिसमें व्यवसायिक यौन शोषण हेतु किसी व्यक्ति की नियुक्ति, अनुबंध्न, क्रय किया जाता है अथवा उसे भाड़े पर रखा जाता है। इस प्रकार अवैध् व्यापार एक प्रक्रिया है और व्यावसायिक यौन शोषण उसका परिणाम। व्यावसायिक यौन शोषण में ‘मांग’ के कारण अवैध् व्यापार की उत्पत्ति होती है, उसे बढ़ावा मिलता है और उसे कायम रखा जाता है। यह एक धृणित और अनैतिक चक्र है। अवैध् व्यापार दूसरे प्रकार के अनैतिक ध्ंधों जैसे प्रोर्नोग्रापिफक सामग्रियों का निर्माण, यौन पर्यटन, बारों एवं मसाज पार्लरों इत्यादि के रूप में यौन-शोषण अथवा यौन दुर्व्यवहार युक्त या इससे रहित शोषण आधरित श्रम का जरिया भी बनता है।


आई.टी.पी.ए में केवल व्यावसायिक यौन-शोषण हेतु अवैध् व्यापार पर विचार किया जाता है। यह आवश्यक नहीं कि व्यावसायिक क्रियाकलाप वेश्यालय में हों, बल्कि यह आवासीय स्थलो, वाहनों इत्यादि में भी हो सकता है। अतरू आई.टी.पी.ए के अंतर्गत कार्यरत पुलिस अध्किारी के पास ऐसी सभी परिस्थितियों में, जिसमें अवैध् व्यापार के कारण मसाज पार्लरों, बारों, टूरिस्ट सर्किटों, एस्कहर्ट सेवाओं, दोस्ती क्लबों इत्यादि सहित किसी भी रूप में व्यावसायिक यौन शोषण होता है अथवा होने की संभावना रहती है, कार्रवाई करने का अध्किार होता है।
मानव अवैध् व्यापार, अपराधें का अपराध् है। यह अपराधे का टोकरा है। इस टोकरे में भगा ले जाने का कार्य, अपहरण, अवैध् निरोध्न, अवैध् बंदीकरण, आपराध्कि संत्रास, चोट, गंभीर चोट, यौन प्रहार, लज्जा हरण, बलत्कार, अप्राकृतिक दुर्व्यवहार, मनुष्यो की खरीद बिक्री, दासता, आपराध्कि षडयंत्रा, अपराध् के लिए अवप्रेरण इत्यादि अपराध् पाये जाते हैं। इस प्रकार, विभिन्न समयो तथा स्थानों पर रहने वाले अनेक प्रकार के अपराध् और अपराध्ी मिलकर अवैध् व्यापार के संगठित अपराध् की रचना करते हैं। कई प्रकार के मानवाध्किार हनन के मामले जैसे निजता का उल्लंघन, न्याय नहीं मिलना, न्याय तक पहुंच नहीं होना, मौलिक अध्किारों तथा गरिमा का हनन इत्यादि शोषण के अन्य पहलू हैं। अतरू इसमें कोई संदेह नहीं कि अवैध् व्यापार एक संगठित अपराध् है।
अवैध् व्यापार करने वाले और अन्य शोषणकर्ता अवैध् व्यापार एक संगठित अपराध् है। अनेक व्यक्ति विभिन्न स्थानों जैसे नियुक्ति स्थल, पारगमन स्थल, शोषण स्थल पर रहकर अपनी करतूतों को अंजाम दे सकते हैं। इस प्रकार शोषणकर्ताओं की सूची में निम्नलिखित शामिल हैं।
वेश्यालय का प्रभारी तथा वेश्यालय अथवा अंतिम शोषण स्थल के अन्य शोषणकर्ता
वेश्यालय की संचालिका अथवा डांस बार, मसाज पार्लर या ऐसे अन्य स्थलों जहां शोषण को अंजाम दिया जाता है, के संचालक।
ऐसे स्थलों के प्रबंध्क तथा अन्य पात्रा। ऐसे होटल जो शोषण के लिए प्रयुक्त होते हैं, को चलाने वाले लोग। इनमें शामिल हैं वहां के कर्मचारी, चौकीदार, ड्राइवर इत्यादि ;3.1द्ध तथा ऐसे व्यक्ति जो उस स्थल को वेश्यालय के रूप में प्रयुक्त होने की अनुमति देते हैं ;3.2द्ध, ऐसे व्यक्ति जो वेश्यालय अथवा अन्य शोषण स्थलों पर पीड़ित को रोककर रखते हैं 6 तथा वे लोग जो सार्वजनिक स्थलों को वेश्यावृत्ति हेतु प्रयुक्त होने की अनुमति देते हैं ;7.2द्ध।
ट्रैपिफक की हुई महिला का ‘ग्राहक’ निस्संदेह एक शोषणकर्ता होता है। ऐसा व्यक्ति वह होता है जिसके कारण मांग पैदा होती है और व्यावसायिक यौन-शोषण होता है। अतरू, ऐसा व्यक्ति आई.टी.पी.ए तथा अन्य कानूनों के अंतर्गत दोषी होता है
वित्त प्रदातारू ऐसे सभी व्यक्ति जो अवैध् व्यापार की विभिन्न प्रक्रियाओं हेतु ध्न उपलब्ध् कराते हैं, इस अपराध् के अंग होते हैं। इसमें वे शामिल हो सकते हैं जिन्होंने भर्ती, परिवहन, ठहरने, रहने के प्रबंध्न हेतु ध्न मुहैया कराया हो तथा वे भी शामिल हैं जो वेश्यालयों में ध्न उधर देने या लेने का ध्ंध करते हैं।
अपराध्-सहकारीरू ऐसे सभी व्यक्ति जो शोषण अथवा अवैध् व्यापार की किसी भी प्रक्रिया में सहयोगी होते हैं अथवा समर्थन देते हैं, आई.टी.पी.ए के अंतर्गत दोषी होते हैं ;सेक्शन 3,4,5,6,7,9द्ध।, इसे आई.पी.सी के अपराध् अवप्रेरण से संबंध्ति अध्याय ट के साथ पढ़ेंद्ध।
ऐसे व्यक्ति जो व्यावसायिक यौन-शोषण से प्राप्त आय पर गुजारा करते हैं, कोई भी व्यक्ति जो जानते-बूझते हुए पूर्ण या आंशिक रूप से वेश्यावृत्ति से अर्जित ध्न पर जीता है, दोषी है ;4द्ध। इसमें शामिल हैं वे सभी व्यक्ति जो शोषण से अर्जित अवैध् लाभ के भागीदार होते हैं। ऐसे वित्त प्रदाता जो वेश्यालय ;या ऐसे होटलद्ध से प्राप्त ध्न उधर देते हैं तथा ऐसे ध्न से व्यवसाय करते हैं, इस सेक्शन के अध्ीन दोषी हैं। होटल चलाने वाले ऐसे लोग जो लड़कियों के शोषण से ध्न अर्जित करते हैं, निःसंदेह सेक्शन 4, आई.टी.पी.ए के तहत दोषी हैं।
खुपिफया सूचना देनेवाला, भर्ती करनेवाला, विक्रेता, खरीदार, ठेकेदार, दलाल अथवा कोई भी व्यक्ति जो उनके लिए कार्य करता हो।
परिवहनकर्त्ता, आश्रयदाता तथा ऐसा कोई भी व्यक्ति जिसने शरण प्रदान किया हो, वे भी रैकेट के अंग होते हैं।
सभी षड्कारीरू लगभग सभी अवैध् व्यापार स्थितियों में अनेक व्यक्ति शोषण के विभिन्न चरणों में षडयंत्रा में शामिल होते हैं। वे सभी षडयंत्रा रचने के दोषी होते हैं। यदि कई लोगों ने मिलकर योजना बनाई हो और उसके बाद उसे अमल में लाया गया हो, तो षडयंत्रा से जुड़ा कानून लागू होता है ;120द्ध। आई.टी.पी.ए के अनुसार जिन्होंने किसी परिसर को वेश्यालय के रूप में प्रयुक्त करने की योजना बनाई हो ;3द्ध अथवा जो शोषण से प्राप्त आय पर जीते हों ;4द्ध चाहे आंशिक रूप से ही क्यों न हो, अथवा वे जो व्यक्ति को वेश्यावृत्ति हेतु खरीदते हैं या प्रलोभन देते हैं अथवा लाते हैं, ;5द्ध वे सभी षडयंत्राकारी हैं।
बाल व्यापारफरवरी 1998 में, 200 बांग्लादेशी बच्चे तथा महिलाएं विभिन्न भारतीय शरणार्थी शिविरों से स्वदेश वापसी का इंतजार कर रहे थे। ;ऊंट दौड़ में सवार बनाए जाने के लिए तस्करी किए जा रहे लड़के, भारत में छुड़ाए गए, मसेपहसव.बवउ, 19 पफरवरी 1998द्ध थाईलैंड एवं पिफलिपींस सहित भारत में सेक्स-व्यापार केन्द्रों में 13 लाख बच्चे हैं। ये बच्चे गरीब इलाकों से होते हैं तथा तुलनात्मक रूप से अमीर क्षेत्रों में अवैध् तरीके से भेजे जाते हैं।
सीमा पार अवैध् तरीके से भेजने में भारत, भेजने वाला, प्राप्त करने तथा पारगमन का देश है। बांग्लादेश एवं नेपाल से बच्चे प्राप्त करना तथा महिलाओं एवं बच्चों को मध्य-पूर्वी देशों में भेजना रोजमर्रा की बात है। कार्यकारी निदेशक, इन्द्राणी सिन्हा, वैश्वीकरण एवं मानव अध्किार पर शोध्
भारत एवं पाकिस्तान 16 वर्ष से कम आयु के दक्षिण एशिया में तस्करी किए गए बच्चों के लिए मुख्य गंतव्य हैं। ;मसाको ऐजिमा, दक्षिण, एशिया से बाल वेश्यावृत्ति के विरु( एकजुट होने का आग्रह, राइटर्स, 19 जून 1998द्ध।
1996 में बड़े छापों के दौरान बम्बई के वेश्यागृहों से छुड़ाई गई वेश्यावृत्ति में ध्केली गई 484 लड़कियों में से 40 प्रतिशत से अध्कि नेपाल से थीं। मसाको ऐजिमा, दक्षिण एशिया से बाल वेश्यावृत्ति के विरु( एकजुट होने का आग्रह, राइटर्स, 19 जून 1998द्ध।
भारत में कर्नाटक, आन्ध््र प्रदेश, महाराष्ट्र एवं तमिलनाडु वेश्यावृत्ति में महिलाओं को झोंकने के लिए हाई सप्लाय जोन माने जाते हैं। बीजापुर, बेलगाम एवं कोल्हापुर आम जिले हैं जहां से महिलाएं, नियोजित तस्करी से संजाल के अंतर्गत बड़े शहरों को जाती हैं। केन्द्रीय कल्याण मंडल, मीना मेनन, अज्ञात चेहरेद्ध
महाराष्ट्र एवं कर्नाटक के सीमावर्ती जिले, जो ‘देवदासी क्षेत्रा’ के रूप में जाने जाते हैं, में अवैध् व्यापार के तंत्रा विभिन्न स्तरों पर कार्य करते हैं। यहां की महिलाएं वेश्यावृत्ति में इसलिए हैं कि या तो पतियों द्वारा त्याग दी गई हैं, या उन्हें पफुसलाकर अथवा धेखे से अवैध् तरीके से लाया गया है। कई देवदासियां हैं जिन्हें देवी येल्लम्मा के लिए वेश्यावृत्ति को समर्पित किया गया है। कर्नाटक के एक वेश्यालय में, सभी 15 लड़कियां देवदासी हैं। ;मीना मेनन, अज्ञात चेहरेद्ध।
यदि हजारों नहीं, तो सैकड़ों बांग्लादेशी महिलाएं एवं बच्चे विदेशी बन्दीगृहों, जेलों, आश्रयों एवं निगरानी गृहों में बन्द हैं तथा स्वदेश वापसी का इंतजार कर रहे हैं। कइयों को वर्षों से बन्द रखा गया है। भारत में 26 महिलाएं, 27 लड़कियां, 71 लड़के एवं अज्ञात लिंग के 13 बच्चे लिलुआ आश्रय, कलकत्ताय निर्मल छाया बालगृह, दिल्लीय लड़कों के लिए प्रयास निगरानी गृह, दिल्लीय तिहाड़ जेल, दिल्लीय उदवम कलंगेर, बंगलोरय उमर खेड़घी, बंगलोरय किसलय, पश्चिम बंगालय कूचबिहार, पश्चिम बंगाल एवं बहरामपुर, पश्चिम बंगाल में रखे गए हैं। ;बांग्लादेश राष्ट्रीय महिला वकील संघ की पफौजिया करीम पिफरोज एवं सलमा अली, बांग्लादेश देश शोध्पत्रारू कानून एवं विधनद्ध भारत से हमेशा महिलाएं एवं बच्चे मध्य पूर्व देशों में भेजे जाते हैं। भारत, पाकिस्तान एवं मध्य पूर्व में वेश्यावृत्ति तथा घरेलू कार्यों वाली लड़कियों को प्रताडित किया जाता है, कैद जैसी स्थिति में रखा जाता है, सेक्स सम्बन्ध्ी दुर्व्यवहार तथा बलात्कार किया जाता है। की कार्यकारी निदेशक, इन्द्राणी सिन्हा, वैश्वीकरण एवं मानव अध्किार पर शोध् बम्बई में 9 वर्ष आयु जितने छोटे बच्चों को 60,000 रुपयों या 2,000 यूएस डलर्स में नीलामी में अरबों द्वारा भारतीयों से खरीदा जाता है, जो यह मानते हैं कि एक अक्षत के साथ सोने से गनोरिया तथा सिपिफलिस की बीमारियां ठीक हो जाती हैं। आइ फ्रिडमैन, भारत के लिए शमर्रू सेक्स की दासता एवं राजनीतिक भ्रष्टाचार एड्स महामारी की ओर बढ़ा रहे हैं।
भारत के वेश्यालयों में 160,000 नेपाली महिलाएं हैं। की कार्यकारी निदेशक, इन्द्राणी सिन्हा, वैश्वीकरण एवं मानव अध्किार पर शोध्।
बम्बई में वेश्यावृत्ति में लिप्त लगभग 50,000 या आध्ी संख्या में महिलाएं नेपाल से लाई जाती हैं। आइ फ्रिडमैन, भारत के लिए शमर्रू सेक्स की दासता एवं राजनीतिक भ्रष्टाचार एड्स महामारी की ओर बढ़ा रहे हैं, नेशन, 8 अप्रैल 1996
भारत के वेश्यालयों में 100,000 से 160,000 के बीच नेपाली महिलाएं तथा लड़कियां हैं, 35 प्रतिशत शादी के झूठे वादे या अच्छी नौकरी के झांसे में लाई गई थीं। ;राध्किा कुमारस्वामी, महिल्लओं के प्रति हिंसा पर यूएन की रिपोर्ट, गुस्तावो कैपडेविला, 2 अप्रैल 1997।
प्रतिदिन लगभग 5,000-7,000 नेपाली भारत लाई जाती हैं। भारत के वेश्यालयों में 100,000-160,000 नेपाली लड़कियों से वेश्यावृत्ति कराई जाती है। लगभग 45,000 नेपाली लड़कियां बम्बई के वेश्यालयों में हैं तथा 40,000 कलकत्ता में। नेपाल में महिलाओं के समूह, ‘ट्रैपिफकिंग इन विमेन एण्ड चिल्ड्रनरू द केसेस बांग्लादेश, चच. 8 एवं 9, 1995।
बम्बई तथा पाकिस्तान के लिए अवैध् कारोबारियों के लिए कलकत्ता महत्वपूर्ण पारगमन केन्द्रों में से एक है। बांग्लादेश से 99ः महिलाएं जमीनी रास्तों के जरिए बांग्लादेश तथा भारत के सीमांत क्षेत्रों, जैसे जेसोर, सतखिरा एवं राजशाही से अवैध् तरीके से लायी जाती हैं। ट्रैपिफकिंग इन विमेन एण्ड चिल्ड्रनरू द केसेस बांग्लादेश, चच. 8 एवं 9, 1995।
भारत में आश्रयस्थलों में 200 बांग्लादेशी महिलाएं एवं बच्चे हैं जिन्हें अवैध् तरीके से लाया गया है तथा जो स्वदेश वापसी का इंतजार कर रहे हैं।
भारत में वार्षिक रूप से अवैध् तरीके से लायी जा रही नेपाली लड़कियों की औसत आयु पिछले दशक में 14-16 वर्ष से गिरकर 10-14 वर्ष हो गई है। एशिया पैसिपिफक, ट्रैपिफकिंग इन विमेन एण्ड प्रक्स्टिटशन इन द एशिया पैसिपिफक।
बम्बई में एक वेश्यालय में सिपर्फ नेपाली महिलाएं हैं, जिन्हें लोग उनकी सुनहरी चमड़घी तथा नर्म स्वभाव के कारण खरीदते हैं। आइ फ्रिडमैन, भारत के लिए शमर्रू सेक्स की दासता एवं राजनीतिक भ्रष्टाचार एड्स महामारी की ओर बढ़ा रहे हैं, द नेशन, 8 अप्रैल 1996।
भारत में 2.5ः वेश्याएं नेपाली हैं तथा 2.7ः बांग्लादेशी। देवदासी सिस्टम कंटिन्यूज टो लेजिटिमाइज प्रक्स्टिटडूशनरू द देवदासी ट्रैडिशन एण्ड प्रक्स्टिटडूशन, 4 दिसम्बर 1997।
कुछ भारतीय पुरुष यह मानते हैं कि स्काल्प-एग्जिमा से प्रभावित वेश्याओं के साथ सेक्स करने से भाग्यवृ(ि होती है। पस बेबीज नामक दशा के नवजात शिशुओं को उनके माता-पिता द्वारा वेश्यालयों को ऊंचे दामों पर बेचा जाता है। आइ फ्रिडमैन, भारत के लिए शमर्रू सेक्स की दासता एवं राजनीतिक भ्रष्टाचार एड्स महामारी की ओर बढ़ा रहे हैं, द नेशन, 8 अप्रैल 1996।
एक ध्नाढड हाई स्कूल में सर्वक्षण किए गए छात्रों में से 70ः नियोजित अपराध् में करियर बनाने की इच्छा रखते हैं, तथा इसके लिए अच्छे ध्न तथा मौजमस्ती को कारण बताते हैं। सर्वेक्षण किए गए छात्रा आइ फ्रिडमैन, भारत के लिए शमर्रू सेक्स की दासता एवं राजनीतिक भ्रष्टाचार एड्स महामारी की ओर बढ़ा रहे हैं, द नेशन, 8 अप्रैल 1996।

No comments:

Post a Comment