Sunday, April 16, 2017


                                       लुधियाना - सत्यकथा


                            ऑनली फ़ॉर लव

मोहब्बत की खातिर लोग क्या क्या नहीं कर गुजरते उसने भी जो कुछ किया वह अपनी मोहब्बत को अंजाम तक पहुंचाने और अपने घर वालों को रूसवाई से बचाने के लिए किया मगर उसने जो किया उसे सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे।

जिस वक्त वह अपने घर से सुन सान दोपहरी में बाहर निकली उस वक्त उसने एक भयानक फैसला ले लिया था। उसे देखकर कोई सोच भी नहीं सकता था कि सीधी सादी और ऊपर से एकदम शांद नजर आने वाली वह युवती अपने भीतर इस वक्त एक भयानक तूफान को समेटे हुए थी। वह जो करने जा रही थी आने वाले कुछ घंटों में उसकी वजह से एक भयानक जलजला उठने वाला था। 
उसका नाम मनप्रीत था। वह लुधियाना के रहने वाले अमरप्रीत की तीन संतानों में सबसे बड़ी थी। और 12वीं क्लास की स्टूडेंट थी।
उस दिन अधिकतर लोग अपने- अपने काम पर गये हुये थे। मनप्रीत ने इसी बात का फायदा उठाया, पड़ोस की सुनसान गलियों को पार करते हुये वह कोमल के घर पहुंची और दरबाजे पर दस्तक दी। कुछ देर बाद एक जवान लड़की ने दरवाजा खोला और बोली, फ्अरे मनप्रीत, तुम इस वक्त?य्
फ्थोड़ा-सा वक्त मिला तो चली आयी।य्
वह जवान लड़की कोई और नहीं, उसके पड़ोस में ही रहने वाली कोमल थी। घर के अंदर आकर मनप्रीत ने कोमल से कहा, फ्कोमल, आज मैं अपने घर में अकेली हूं। इसलिये मेरा मन काम करने में नहीं लग रहा। क्या कुछ देर के लिए तुम हमारे घर चल सकती हो?य्
फ्हां--- हां--- क्यों नहीं? अभी चलती हूं।य् कहकर कोमल तैयार हुई और मनप्रीत के साथ ही उसके घर आ गई।
घर पर मनप्रीत ने कोमल को अपने कमरे में बैठाया फिर कुछ क्षण में आने को कहकर बाहर निकल गयी। कोमल हर बात से अन्जान कुछ सोच रही थी। तभी पीछे से आकर मनप्रीत ने एकदम से एक रस्सी का फंदा उसके गले में फंसा दिया और उसका गला कसने लगी। कोमल ने खुद को बचाने की बहुत कोशिश की मगर क्योंकि मनप्रीत उसके पीछे खड़ी थी इसलिए वह उसके चंगुल से खुद को छुड़ा न सकी। नतीजा ये हुआ कि कुछ ही देर में मनप्रीत ने कोमल का गला घोंटकर हत्या कर दी। फिर मिट्टी का तेल डालकर उसने पहले तो कोमल के चेहरे को जला दिया, फिर उसके बाकी शरीर पर भी तेल छिड़क कर आग लगा दी। इसके बाद for continue reading click on linkwww.santoshpathak.in/story

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