tag:blogger.com,1999:blog-2783082169933901231.post312927518761955779..comments2023-04-30T15:03:47.185+05:30Comments on मुहब्बत और जंग में सब जायज है: संतोष पाठक लेखकhttp://www.blogger.com/profile/07884438298204133765noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-2783082169933901231.post-45020557551488925972019-01-27T16:28:43.438+05:302019-01-27T16:28:43.438+05:30वाह वाह वाह ऐसे शब्दों के साथ खेल आप जैसा कोई बाजी...वाह वाह वाह ऐसे शब्दों के साथ खेल आप जैसा कोई बाजीगर ही कर सकता इतने सुंदर शब्दों में प्रोफेसर के भावों को व्यक्त किया है आपने बस ऐसे अंत की आशा न थी, एक तो प्रोफेसर ऊपर से 45 साल संयम से बिताये और ऐसी नादानी बाक़ी आपके लेखन की जितनी तारीफ़ की जाए कम है माधुरी के किरदार में तो मानो आपने प्राण ही फूँक दिए है गज़ब👏👏👌👍AMIT WADHWANIhttps://www.blogger.com/profile/11271850733573286398noreply@blogger.com